21-दिसंबर-2012 16:07 IST
क्रीएटिव एसएचजी–प्रगति और निरंतरता के पथ पर
विशेष लेख *सुमन गजमेर
सिक्किम की ग्रामीण विकास एजेंसी ने जो ग्रामीण प्रबंधन एवं विकास विभाग के अंतर्गत काम करती है, क्रीएटिव स्व-सहायता समूह (एसएचजी) नामचेबोंग, पाकयोंग को 16 लाख रूपये की राशि मंजूर की है, ताकि वह एक ग्रामीण विपणन केंद्र की स्थापना कर सके।
क्रीएटिव एसएचजी की स्थापना केन्द्र प्रायोजित स्कीम स्वर्ण जयंती ग्रामीण स्वरोजगार योजना के अंतर्गत 6 सदस्यों के साथ 2010 में की गई थी। यह स्व-सहायता समूह नूडल बनाने के काम में लगा हुआ है और आत्मनिर्भर बनने की कोशिशें कर रहा है। यह समूह पूर्वी जिले का सबसे सफल स्व–सहायता समूह माना जाता है। दार्जिलिंग जिले के कालिमपोंग और आस-पास के क्षेत्र में नूडल उद्योग अच्छा चल रहा है। सिक्किम में नूडल उत्पादन की अच्छी संभावनाएं देखते हुए क्रीएटिव एसएचजी ने इसी क्षेत्र पर अपना ध्यान केन्दित किया और विभिन्न विचार पाने के उद्देश्य से कालिमपोंग और आस-पास के अनेक नूडल उत्पादक केन्द्रों का दौरा किया। इस स्व-सहायता समूह ने कुछ युवा लोगों को इन केन्द्रों पर काम करने के लिए भेजा, ताकि वे नूडल बनाने की प्रक्रिया सीख सकें।
क्रीएटिव एचएचजी तीन प्रकार के नूडल बाजार में उपलब्ध कराता है। इनका नाम सिक्किम कंचन प्रोडक्ट रखा गया है। तीन प्रकार के नूडल हैं – प्लेन, वेजिटेरियन और नॉन-वेजिटेरियन। इस उत्पाद के लिए गंगटोक, पाकियोंग, सिंगताम और रांगपो विशेष बाजार हैं। यह समूह सिक्किम के अन्य भागों में भी अपना बिक्री जाल फैलाने का लक्ष्य बना रहा है।
12 सदस्यों वाले समूह की प्रमुख, लक्ष्मी राय ने कहा कि हमने इस काम में कुछ पुरूष सदस्यों को शामिल कर लिया है, क्योंकि हमें उनकी मदद की जरूरत है। लक्ष्मी ने आगे कहा कि हर सदस्य की आर्थिक दशा में इस स्व-सहायता समूह के गठन के बाद सुधार हुआ है। हर सदस्य को मालूम है कि सामूहिक प्रयासों का क्या महत्व है।
सिक्किम रूरल एजेंसी के प्रोजेक्ट ऑफिसर श्री डी.आर. शर्मा ने कहा कि क्रीएटिव एचएचजी पूर्वी जिले का सर्वश्रेष्ठ स्व-सहायता समूह है। इस समूह ने सैकेंड ग्रेडिंग पूरा कर लिया है और हमने इसे एक लाख रूपये की सब्सिडी जारी कर दी है। ग्रामीण महिलाओं को इस समूह से प्रेरणा ग्रहण करनी चाहिए। यह स्व-सहायता समूह अपनी गतिविधियों को उद्यमिता तक ही सीमित नहीं रखता। यह सिक्किम की महिलाओं में जागरूकता लाने के लिए भी सक्रिय है। इसके द्वारा वह महिलाओं को सशक्त बनाना चाहता है। अभी तक इस समूह ने रेनॉक, रोंगली, असम, लिंजी और राज्य के अन्य भागों में प्रेरणा कार्यक्रम शुरू किये हैं।
क्रीएटिव एचएचजी अपना तजुर्बा और अपने ज्ञान के लाभ दूसरे वर्तमान स्व-सहायता समूहों को भी देता है। उसने पूर्वी जिले के नामचेबोंग, दलपचांग और मचोंग में पहले ही जागरूकता कार्यक्रम संचालित किये हैं। यह गंगतोक, जोरथांग और राज्य के बाहर भी प्रदशर्नियों और बिक्री में नियमित रूप से शामिल होता है। इसके सदस्यगण इस स्व-सहायता समूह द्वारा तैयार माल सिक्किम से बाहर भी तब ले जाते हैं, जब वे अन्य भागों में लगाई गई प्रदशर्नियों में शामिल होने के लिए जाते हैं। (पीआईबी फीचर्स)
*फ्रीलैन्स पत्रकार
डिस्क्लेमर – लेखक फ्रीलैन्स पत्रकार हैं और उनके द्वारा इस फीचर में प्रकट किये गये विचार उनके अपने हैं। यह जरूरी नहीं है कि पत्र सूचना कार्यालय उनसे पूरी तरह सहमत हो।
पूरी सूची – 21.12.2012
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